सच, कितना सच है।
सच, कितना सच है
इतना या इतना या थोड़ा और ज्यादा
नहीं नहीं सच उतना भी सच नहीं है
जितना तुम समझते हो।
सच दूर दिख रहे धूप में किसी जल की तरह है
जब पास जाओ तो कुछ है ही नहीं।
मृगतृष्णा की तरह यह भी झूठ है
इतना या इतना या थोड़ा और ज्यादा
नहीं नहीं सच उतना भी सच नहीं है
जितना तुम समझते हो।
सच दूर दिख रहे धूप में किसी जल की तरह है
जब पास जाओ तो कुछ है ही नहीं।
मृगतृष्णा की तरह यह भी झूठ है
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